बारिश की गंध उकसाती है सिगरेट पीने को…कि सील जाएगी ताखे पे छुपा के रखी माचिस…
पायल के घुँघरू बजते हैं…कलाई में चूड़ियाँ भी. मुश्किल है चुपचाप सीढ़ी चढ़ के छत पर जाना. बारिश के झोंके को देखते हुए ओट में सिगरेट पीना. भीगने को तलाशना छत का एक सूखा कोना. काले बादलों में देखना उसके शहर की सड़कें.
इस मौसम जानां, हमारे हिस्से की सिगरेट तुम ही पी लो. हम जब कभी मिलेंगे तो बाँटी हुयी सिगरेट से काट लेंगे इस मौसम के कश. ठीक है?